रूद्रपर्याग जिला कई रूपों से पर्सिध है सबसे पहले यहाँ दो नदियौं का संगम होता है.अलकनंदा और मन्दाकिनी और कई पर्यटक स्थल हैं.
अलकनंदा बद्रीनाथ से आती है और मन्दाकिनी केदारनाथ से आती है. रुद्रनाथ का मंदिर और कोतेस्वर महादेव का मंदिर है जो की परहीं काल से पर्सिध हैं रूद्रपर्याग मै पर्यटक स्थलों की भी कमी नहीं है. जैसे की तुंगनाथ चोपता बदनिताल मध्महेस्वर इत्यादि,केदारनाथ एक पर्सिध धाम है जो की बारह शिवलिंगों मै से एक है. रुद्रपर्याग से ही केदारनाथ और बद्रीनाथ के लिए जाते हैं रुद्पर्याग से केदारनाथ लगभग ८० किलोमीटर है. गोरीकुंड से १४ किलो मीटर पैदल का रास्ता है.
केदारनाथ मंदिर
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